संता के शहर में जोरदार भूकंप आया मगर सौभाग्य से संता का परिवार
सुरक्षित बच गया. बुरी तरह से डरे हुए संता ने अपने दोनों बच्चों को
सुरक्षा के लिहाज से अपने मित्र बंता के पास मुंबई भेज दिया.
तीन दिन बाद ही संता को अपने मित्र बंता का तार मिला जिसमें लिखा था – “तुम्हारे बच्चों को वापिस भेज रहा हूँ. चाहो तो भूकंप को यहाँ भेज सकते हो … !
तीन दिन बाद ही संता को अपने मित्र बंता का तार मिला जिसमें लिखा था – “तुम्हारे बच्चों को वापिस भेज रहा हूँ. चाहो तो भूकंप को यहाँ भेज सकते हो … !
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