Shiv Khera |
जीतने वाले अलग चीजें नहीं करते, वो चीजों को अलग तरह से करते हैं.
-शिव खेड़ा
जीतने वाले लाभ देखते हैं, हारने वाले नुकसान .
-शिव खेड़ा
"यदि आपको लगता है कि आप कर सकते हैं - तो आप कर सकते हैं!
अगर आपको लगता है कि आप नहीं कर सकते - तो आप नहीं कर सकते
दोनों ही सूरतों में आप सही हैं
विपरीत परिस्थितियों में कुछ लोग टूट जाते हैं , तो कुछ लोग लोग रिकॉर्ड तोड़ते हैं.
अगर आपको लगता है कि आप नहीं कर सकते - तो आप नहीं कर सकते
दोनों ही सूरतों में आप सही हैं
-शिव खेड़ा
विपरीत परिस्थितियों में कुछ लोग टूट जाते हैं , तो कुछ लोग लोग रिकॉर्ड तोड़ते हैं.
-शिव खेड़ा
अगर आप सोचते हैं कि आप कर सकते हैं-तो
आप कर सकते हैं !अगर आप सोचते हैं कि आप नहीं कर सकते हैं- तो आप नहीं कर
सकते हैं !और किसी भी तरह से …आप सही हैं.!
-शिव खेड़ा
विजेता बोलते हैं की " मुझे कुछ करना चाहिए "
हरने वाले बोलते हैं की " कुछ होना चाहिए "
-शिव खेड़ा
चरित्र का निर्माण तब नहीं शुरू होता जब बच्चा पैदा होता है; ये बच्चे के पैदा होने के सौ साल पहले से शुरू हो जाता है|
-शिव खेड़ा
सत्य का क्रियान्वन ही न्याय है.
-शिव खेड़ा
जो भी उधार लें उसे समय पर चूका दें क्यूंकि इससे आपकी विश्वसनीयता बढाती है|
एक देश नारे लगाने से महान नहीं बन जाता.
-शिव खेड़ा
एक देश नारे लगाने से महान नहीं बन जाता.
-शिव खेड़ा
किसी डिग्री का ना होने दरअसल फायेदेमंद
है. अगर आप इंजिनियर या डाक्टर हैं तब आप एक ही काम कर सकते हैं.पर यदि
आपके पास कोई डिग्री नहीं है , तो आप कुछ भी कर सकते हैं.
-शिव खेड़ा
हमारी बिजनेस से सम्बंधित समस्याएं नहीं होतीं , हमारी लोगों से सम्बंधित समस्याएं होती हैं.
-शिव खेड़ा
अगर हम हल का हिस्सा नहीं हैं, तो हम समस्या हैं.
-शिव खेड़ा
लोगों से साथ विनम्र होना सीखे| महत्वपूर्ण होना जरुरी है लेकिन अच्चा होना ज्यादा महत्वपूर्ण है |
-शिव खेड़ा
कभी भी दुष्ट लोगों की सक्रियता समाज को बर्वाद नहीं करती, बल्कि हमेशा अच्छे लोगों की निष्क्रियता समाज को बर्वाद करती है.
- शिव खेड़ा
आपने मित्रों को सावधानी से चुने | हमारे व्यक्तित्व की झलक न सिर्फ हमारे सांगत से झलकती है बल्कि, जिन संगतों से हम दूर रहते हैं उससे भी झलकती है |
- शिव खेड़ा
जब कभी कोई व्यक्ति कहता है कि वो ये
नहीं कर सकता है , तो असल में वो दो चीजें कह रहा होता है. या तो मुझे पता
नहीं है कि ये कैसे होगा या मैं इसे करना नहीं चाहता.
-शिव खेड़ा
इन्स्पीरेशन सोच है जबकि मोटीवेशन कार्रवाई है.
-शिव खेड़ा
आत्म-सम्मान और अहंकार का उल्टा सम्बन्ध है.
-शिव खेड़ा
लोग इसकी परवाह नहीं करते हैं कि आप कितना जानते हैं, वो ये जानना चाहते हैं कि आप कितना ख़याल रखते हैं.
-शिव खेड़ा
किसी को धोखा न दें क्यूंकि ये आदत बन जाती है , और फिर आदत से व्यक्तित्व |
-शिव खेड़ा
अच्छे लीडर्स और लीडर्स बनाने की चेष्ठा करते हैं, बुरे लीडर्स और फालोवार्स बनाने की चेष्ठा करते हैं.
-शिव खेड़ा
साभार - http://www.hindisahityadarpan.in