आकाश- जीवनमैग.कॉम के सुधी पाठकों को आकाश का नमस्कार।
मेरा साथ दे रहे हैं अमिनेष आर्यन। जीवन मैग पे आज हम शुरु कर रहे हैं साक्षात्कारों
की एक विशेष श्रृंखला और आज हमसे रुबरु हैं टीम अन्ना के संस्थापक सदस्यों में से एक
तथा अब भारतीय जनता पार्टी के नेता मुफ़्ती शमून कासमी। जीवन मैग के पाठकों तथा / ब्लॉगिंग के जरिए इस साक्षात्कार
को सुन रहे श्रोताओं को बता दें कि कासमी साहब उत्तर प्रदेश के बिजनौर से ताल्लुक रखते हैं। यह ग़ौरतलब़ है कि
मोदीजी को 10 RCR तक पहुँचाने में यू.पी ने अहम
भूमिका अदा की है...80 सीटों में से 73 सीटें मिली हैं बीजेपी यानि भारतीय जनता पार्टी को।
तो
आप इस जीत को कैसे देखते हैं। क्या यह लोगों की मानसिकता में बदलाव का परिचायक है?
या सिर्फ केवल व्यापक तथा प्रभावशाली प्रचार का नतीजा?
कासमी साहब- आकाश, तुम्हारा धन्यवाद तथा एक अच्छी वेबसाइट
शुरु करने के लिए बहुत-बहुत बधाई। जो हालिया पारलिमानी इलेक्शन्स हुए हैं और उनमें जो मोदीजी
की जीत हुई है वो दरअसल उन उम्मीदों की जीत है जो लोग दबे-कुचले थे, गरीब थे, कमज़ोर
थे और करप्शन से दुखी थे। उत्तर प्रदेश की भूमिका इसमें काफी अहम है। 80 में से 73 सीटें आना यकीनन
मोदीजी के उन प्रयासों की और उन विचारों की जीत है जिसमें वे "सबका साथ, सबका
विकास" को लेके चले।
आकाश- उत्तर
प्रदेश के विधानसभा चुनावों में क्या भाजपा का जादू बरकरार रह पायेगा? लोकसभा चुनावों
में आपके पास मोदी थे पर यू.पी में अगर नज़र डालें तो स्थानीय स्तर पर कोई ऐसा दमदार
चेहरा नज़र नहीं आता जिसे आप मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट कर सकें।
कासमी साहब- भारतीय जनता पार्टी की जीत चेहरों के नाम
पर...जहाँ तक आप मानते हैं कि मोदी जी का चेहरा था, यकीनन एक चेहरा था और मैं उससे
डेनाइ नहीं करुंगा। मगर भारतीय जनता पार्टी की जीत उसके विचारों की जीत है क्योंकि
भारतीय जनता पार्टी इस वक्त जैसे मोदीजी ने 125 करोड़ की बात की, उसी तरह से
जो यूपी के करोड़ों लोग हैं वो करप्शन से दुखी हैं, वो कुशासन से दुखी हैं। उस कुशासन
को तोड़ने के लिए, करप्शन से लड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी के साथ उत्तर प्रदेश की
जनता आयेगी मुझे ऐसा लगता है।
आकाश- एक
तरफ भाजपा मुसलमानों से किसी भी प्रकार के भेदभाव से इनकार करती है तो दूसरी तरफ पार्टी
का कोई भी लोकसभा सांसद मुस्लिम नहीं है, एक शाहनवाज़ थे वो भी हार गये। मोदी कैबिनेट
में भी सिर्फ एक मुस्लिम, नज़मा हेपतुल्ला जी हैं। तो इस पर आप क्या कहेंगे?
कासमी साहब- देखिए कुछ चीज़ें
ऐसी हैं, जैसे भारतीय जनता पार्टी के उसमें कोई मुस्लिम जीत के नहीं आया...ये एक दुर्भाग्य
रहा है। और मैं ये समझता हूं कि जिस तरह से मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी
के अंदर बदलाव आया है और जो मौजूदा नेतृत्व है...माननीय राजनाथ सिंह जी और जो टीम है
वह इस पर विचार कर रही है और इस पर विचार करेंगे कि मुसलमानों का नेतृत्व कैसे बढ़ सकता
है। पर बात यहाँ मुसलमानों के प्रतिनिधित्व से नहीं है, मुसलमानों की समस्याओं से है।
हम चाहेंगे कि मुसलमानों को विकास के अंदर साझेदारी होनी चाहिए, रोजगार में होनी चाहिए,
एजुकेशन में होनी चाहिए और जैसा कि मोदीजी ने कहा है कि मुसलमानों के एक हाथ में कम्प्युटर
और एक हाथ में कुरआन, इसका बहुत अच्छा मैसेज मुसलमानों में है।
आकाश- पुणे में जो कुछ हुआ उसे हम केन्द्र में भाजपा
की सरकार बनने की प्रतिक्रिया के रुप में क्यूँ न देखें? ऐसा कहा जा रहा है कि असामाजिक तत्वों को बल मिला
है तो सरकार उनसे निपटने के लिए क्या कर रही है?
कासमी साहब- जो आपने कहा कि कोई हिन्दू राष्ट्र सेना...तो
ऐसे लोग हो सकते हैं पर इनका भारतीय जनता पार्टी से इनका कोई लेना-देना नहीं है बल्कि
मैं समझता हूँ कि भारतीय जनता पार्टी सेकुलरिज्म के सिद्धांतों पर विश्वास रखती है
तथा सबको साथ लेकर चलने की बात मोदीजी ने कही है कई बार और पूरा पार्टी नेतृत्व कह
रहा है और अगर ऐसे लोग हैं तो उनका ताल्लुक भारतीय जनता पार्टी से नहीं है बल्कि उनका
ताल्लुक उस उग्र विचारधारा से है जिसका ताल्लुक किसी मजहब से नहीं।
आकाश- यह बात कही तो गई है
पर क्या समाज में इसका प्रोपर संदेश गया है?
कासमी साहब- जी बिल्कुल संदेश गया है और संदेश जायेगा।
और मैं समझता हूँ कि जिस तरह देश जो है वो एकता और भाईचारे की तरफ बढ़ रहा है भारतीय
जनता पार्टी की सरकार में वो एक अलग में एक मिसाल बनेगा, और कीर्तमान बनायेगा। भारतीय
जनता पार्टी जो है वो नरेन्द्र मोदीजी के नेतृत्व में विश्व के अंदर एक रिकॉर्ड बनायेगी।
आकाश- भाजपा के मिशन यू.पी
में आपका क्या योगदान होगा?
आपको कौन सा दायित्व दिया जायेगा?
कासमी साहब- देखिए जो भी मुझे ज़िम्मेदारी दी जायेगी,
मैं उस ज़िम्मेदारी को निभाने की भरपूर कोशिश करुंगा। मेरा उद्देश्य ये है कि जो इंडिया
अगेंस्ट करप्शन की जो टीम थी, मुस्लिम के साथ साथ मैं उसे भी जोड़ रहा हूँ, जो एक अन्ना
आंदोलन था उस आंदोलन से। अरविंद केजरीवाल की गलत नीतियों से वो जो नाराज़ हैं या वो
जो गुमराह हैं हम उन्हें भी लाने का प्रयास करेंगे। और उसके साथ साथ मुसलमान तो भारतीय
जनता पार्टी के साथ बड़ी तेजी से जुड़ेंगे। पार्टी ने मुझे ये ज़िम्मेदारियाँ दीं तो
मुसलमानों को मैं भारतीय जनता पार्टी से जोड़ने का पूरा प्रयास करुंगा और इसीलिए मैं
भारतीय जनता पार्टी के अंदर आया हूँ।
आकाश- फिर भी आपको किस ज़िम्मेदारी
की उम्मीद है?
मतलब आपको क्या क्या दिया जा सकता है?
कासमी साहब- अब मैं इस बात पे तो नहीं...मैं तो बिल्कुल
एक राष्ट्रवादी विचारधारा का आदमी हूँ और मैं हमेशा राष्ट्र की सेवा को सर्वोपरि समझता
हूँ। भाईचारा और हिन्दु मुस्लिम एकता मेरा मिशन रहा है। अगर पार्टी, मेरी पार्टी मुझे
कोई भी ज़िम्मेदारी छोटी से छोटी, बड़ी से बड़ी मैं उसे निभाने का प्रयास करुंगा। अपनी
तरफ से मेरी कोई च्वायस नहीं होगी बल्कि वो पार्टी नेतृत्व का फैसला होगा। जो भी ज़िम्मेदारी
मुझे देंगे उस पर खरा उतरने का मैं प्रयास करूंगा।
आकाश- उत्तर प्रदेश में हालिया ख़बर बलात्कार है। नेताओं के ग़ैर-ज़िम्मेदाराना बयानों तथा सपा सरकार की विफलता पर आपके क्या कहने हैं?
कासमी साहब-जिस तरह से सपा सरकार के नवयुवक मुख्यमंत्री से प्रदेश के लोगों ने उम्मीद जताई थी या उनमें आशा व्यक्त की थी, उससे लोगों को निराशा हुई है। वो एक अच्छा शासन देने में विफल रहे हैं और मैं समझता हूँ कि जो बलात्कार की घटनाएँ हो रही हैं, हमारी माँ-बहनों का अपमान हो रहा है, इससे दुर्भाग्यपूर्ण कोई और बात हो ही नहीं सकती। और ऐसी सरकार को सरकार कहलाने का हक नहीं है, वो अपना नैतिक हक खो चुके हैं- मैं ऐसा महसूस करता हूँ।
आकाश- आम आदमी पार्टी- दिल्ली विधानसभा में "आप" छुपा रुस्तम निकली और केजरीवाल निकले इस जीत के नायक। पर मोदी की सुनामी में "आप" बह सी गयी। आप तो अरविंद जी के साथ टीम अन्ना की कोर कमिटी में रहे। इसलिए हम आपसे पूछना चाहेंगे कि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी- क्या ये जनता का विश्वास खो चुके हैं?
कासमी साहब- हाँ देखिए, इस से पहले दो आंदोलन हुए जेपी आंदोलन बहुत मशहूर... और 89 का जो आंदोलन था। अगर अरविंद केजरीवाल अपना तानाशाही रुख़ ना दिखाते तो देश के अंदर परिवर्तन आता... वो परिवर्तन जो मोदी जी के नेतृत्व में आया है वो अन्ना टीम के नेतृत्व में आता। मगर देश के लिए यह बहुत आशा की बात है कि जो देश परिवर्तन के लिए खड़ा हुआ था और अरविंद के अति महत्वाकांक्षी होने की बिनह पे जो लोग निराश हो गए थे, आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी ने आकर के उनकी निराशा को आशा में बदला है और जहाँ तक सवाल इस चीज़ का है कि जब अरविंद केजरीवाल को दिल्ली के लोगों ने एक आधा अधूरा जनादेश दिया...इसलिए दिया था कि उसे निरंकुश तो नहीं करना चाहती थी दिल्ली की जनता मगर उसे देखना भी चाहती थी कि वो सरकार कैसे चलाता है। वो अच्छी सरकार नहीं चला सके और वो अपना वादा पूरा नहीं कर सके। जो आदमी दिल्ली की जनता को एक बार धोखा दे चुका है, दिल्ली के लोग अब उस पर विश्वास नहीं करेंगे मुझे ऐसा लगता है क्यूंकि दिल्ली देश का दिल है और देश का दिल कभी भी कोई ऐसी गलती नहीं करता जिससे उसे पछताना पड़े। अरविंद केजरीवाल अपने तमाम चीज़ों में बिलकुल बेनकाब हो चुके हैं... ना ही वो करप्शन विरोधी है और ना ही वो अच्छा सुशासन देने के लायक है।
आकाश- तो क्या भाजपा और मोदी जी जनलोकपाल बिल लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं?
कासमी साहब- देखिए, भारतीय जनता पार्टी ने पहले भी कांग्रेस की सरकार में बहुत स्पष्ट यह बात कही थी। और उन्होंने सबसे पहले और जिस वक्त हम लोगों ने मीटींग बुलाई थी तमाम लीडर्स की उस वक्त आज के मौज़ूदा रक्षा मंत्री और वित्त मंत्री माननीय अरुण जेटली जी...वो आए थे और उन्होंने अपना विश्वास व्यक्त किया था और कहा था कि जनलोकपाल के प्रति हम समर्पित हैं और मैं समझता हूँ कि जिस तरह माज़ी में भारतीय जनता पार्टी ने अपना विश्वास दिलाया था, वो अपने विश्वास पे कायम रहेगी और एक ऐसा कानून ज़रुर लायेगी जिस से देश के अंदर व्यापक बदलाव आयेगा और पिछले दिनों आपने देखा होगा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री आदरणीय नरेन्द्र मोदी जी ने जो 2015 तक पार्लियामेन्ट के क्लीन होने की बात कही है वो बहुत ही स्वागतयोग्य कदम है... और मुझे लगता है कि भारतीय जनता पार्टी और मोदीजी के नेतृत्व के अंदर बदलाव आयेगा। लोकपाल मजबूत लोकपाल की शक्ल में आयेगा जिससे करप्ट लोगों के ऊपर अंकुश लगेगा। करप्शन के उपर रोक लगेगी और आम आदमी को राहत मिलेगी।
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आकाश कुमार जीवन मैग के प्रमुख संपादक हैं तथा सम्प्रति जामिया मिल्लिया इस्लामिया में बारहवीं विज्ञान के छात्र हैं। |
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अमिनेष आर्यन जीवन मैग की संपादन समिति के सदस्य हैं तथा आपने इस वर्ष केन्द्रीय विद्यालय, कंकड़बाग, पटना से मानविकी में बारहवीं उत्तीर्ण की है। |