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बेटियाँ- ममता किरण
प्रतिक्रियाएँ-बहसें,
बड़बड़ाना-गुस्साना,
उबते ही-
पन्ने की-सी पलट देना,
दैनिक समाचार-
पत्रों जैसी;
सबरंग बातें-
सुनाई जाती हैं।
क्या बेटियाँ-
इसीलिए पराई बताई जाती हैं?
ममता किरण
शोधार्थी (हिन्दी)
बिहार विवि, मुज॰
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वाह!
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